Positivity In Knowledge
मानव और प्रकृति के बीच क्या संबंध है
हम जानते है कि जिंदा रहने के लिए आवश्यक हैं हवा जिसमें Oxygen, natural elements हो, जल, भोजन, साथी, कपड़े, बुद्धि, वन, और भी बहुत कुछ जो हमें धरती माँ से मिलती हैं और जो हमारे जीवन को आसान बनाती हैं। जिससे हम जीवित रह सकें।
Nature से ही हमें सब कुछ मिलती (वो धरती के ऊपर हो या निचे) हैं। जिसे हमारे चारों तरफ देखा जा सकता हैं। जिससे हम सब का जीवन सम्भव हो सका हैं।
सूर्य के कारण जिससे पेड़ अपनी पत्तियों में अपने लिए भोजन तैयार कर Oxygen को हवा में छोर देती हैं। जो हवा में घुल कर हमें जीवित रखती हैं।
साथ ही पानी को गैस के रूप में छोर देती हैं जो बादल बन कर वर्षा करती हैं।
कई सारे उदाहरण है, जो हमसे प्राकृति को जोड़ता है। हमारे कारण प्राकृति और प्राकृति के कारण हम जीवित रहते है।
- प्राकृति को गन्दा करने का कारण कौन हैं?
अगर हम साफ़ नहीं कर पा रहे तो कम से कम गन्दा तो न करें।
जीव जंतु के कारण पेड़ बनते हैं। जैसे- पिपल पेड़ में उगने वाले फल जब पक जाते है तब उसे बिज़ सहित चिड़िया खा जाती है और खा कर जो मल त्याग करती है। वह बिज़ वृक्ष का रूप ले लेती है। इससे जीवों और Nature का संबंध पता चलता है।
हम ईसान भी कई प्रकार के कार्य करते थे जो की Nature को नुकशान ना पहुँचे और पेड़ भी Safe और अधिक तेज़ी से Growth हो। जो कि अब विलुप्त होता जा रहा है। यह कार्य विलुप्त होने से आज हमें वृक्षरोपन, पेड़ संरक्षण जैसे इत्यादि कार्य करने का जरुरत पर है। पहले इसकी आवश्यकता भारत में नहीं पड़ती थी।
क्यिोंकि उनके खून में ही था, जहाँ रहते वहाँ कि भुमि को उजाऊ बना कर उस पर खेती कर जमिन का सदुपयोग करना। पहले हर घर में कम से कम दो-चार पेड़ होते थे।
अब आप कहेंगे की अपने लिए जगह नहीं है पेड़ कहाँ से लगाएंगे।
इंसानों को पेड़ लगाने की आवशयकता ही नहीं परती अगर वो पेड़ नहीं काटता। हमें तो बचपन से ही हर पेड़ के बारे में माँ बापूजी से ज्ञान मिलता रहा हैं की कौन सा पेड़ का क्या नाम हैं किस समय कौन सा पेड़ के पास नहीं जाने चाहिए और कौन सा पेड़ कौन सा फल हमें देता हैं। सब कुछ हमें तो बचपन में ही जानकारी हो जाती थीं। खेतों के बिच पेड़ लगाना हमारी तो परमपड़ा होती थीं। हम भारतीय को तो बचपन से ही पेड़ से जुड़े रहना पसन्द था। बचपन से ही हम पेड़ पर चढ़ना जानते थे।
आज के युवा में यह भारी कमी देखी जा रही है। वे शहर में तो मोबाइल, कार, Bike, आदि चलना तो सिख जाते पर पेड़ पर चढ़ने से डर लगता है उन्हें। शहर में पेड़ बहुत ही कम दिखते हैं। लेकिन गावों में हर चार कदम पर हमें पेड़ की छाँवों मिलती हैं। अभी भी गाँवों में रहने वाले युवा पेड़ पर चढ़ना जानते है। गाँवों के कारण ही हमारी संस्कृति बची है न तो कब का अक्रमण कारी के हाथों चढ़ गया होता।
हम युवा अगर पेड़ नहीं लगा पा रहे हैं तो हम लोग जानते ही है आज समय की कितनी कमी है, तो क्या हुआ एक पौधा तो जरूर लगा ही सकते है। अपने घर के आँगन में, छत पर, बालकोनी में, खिड़की में, दिवार पर, पिलर पर, कहीं भी लगा सकते है क्योंकी पौधा छोटा ही होता है वो कहीं भी अर्जेस्ट हो सकते है। उसे बस थोड़ी सी धूप की जरूरत हैं।
भारत में मौजूद युवा अगर आबादी के एक प्रतिसत भी, एक वृक्ष के 100वाँ भाग का ऑक्सीजन प्रदान करने वाला पौधों को लगाएगा तो भारत हर दिन नया रिकॉर्ड बनागा।विश्व की ऑक्सीजन की जरूरत को पूरी कर सकता है।
सिर्फ पेड़ लगाना से कुछ होगा तभी जब इससे जुड़े हम सारे काम को पूरा करे नहीं तो कोई फाईदा नहीं होने वाला है।
Save Little Life
हमारे आसपास जो भी जीव जन्तु है। उनके जीवन का भी उतना ही importance है जितना कि हमारा। हमारे पूर्वज सभी जीव जन्तु जो उनके आसपास रहते थे उनका ख्याल रखा करते थे। उनकी सेवा किया करते थे। उनको खाना दिया भी करते थे। हिन्दू धर्म में तो भगवान के वाहन के तौर पर भी दिखाया गया है।इससे हम जब भगवान को जब भी भोग लगाए या प्रसाद चढ़ाए तब छोटे जीव को भी खाने को दे देते है।
Scientific तौर पर भी इन जीवों को महत्त्व मिला है। ये Little जीव जन्तु जीवित रहने के लिए इंसानों पर निर्भर नहीं है बल्कि अपना भोजन की तलाश कर अपने से छोटे जीव को खा लेती है जिससे उस छोटे जीव की संख्या नियंत्रित रहती है और उसका गलत प्रभाव भी नहीं पड़ता इस संसार में।
अगर ये जी अपने से छोटे जीव को न खाए तो धरती को सुचारू रूप से चल नहीं पायेगा।
हम इंसान चाहे तो धरती का संतुलन बनाए रख सकते है। ईश्वर ने हमें ऐसी शक्ति दी है जो हमे सभी जीवो से अलग बनाता है।
हमे सभी छोटे बड़े जीवो से प्रेम भाव रखने की आवशयकता है। प्रेम की भाव जीव भी जानते है। यही कारण है कि इंसान जानवरो को पाल पाता है नहीं तो वो उसे नुक़सान पहुंचा कर भाग जा सकता था।हम कभी जीव को कभी जान नहीं पाते उसे क्या पसंद है वो क्या कर सकता है और भी बहुत कुछ।
यह प्रेम ही है जो हमें एक दूसरे को जोड़ कर रखा है।
नहीं तो आज दुनियां कुछ और ही होती।
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Motivational Thoughts
जो हमारे जीवन को सफल बना दें।
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